8 उं बगत उंका चेला खाणो मोल लेबा नगर मं जा मेल्या छा।
पण वो बान्अ खियो, “थेई यान्अ खाबा बेई कोई-कांई द्यो।” वे खिया, “म्हाखन्अ पांच रोठ्या अर दो मछ्या क अलावा ओर कांई बी कोन्अ। तु या तो कोन्अ छाव्अ न्अ क में जांवा अर या सबळा बेई रोठ्या मोल लेर आवां।”
अर बियाऊ मं ईसु अर उंका चेला न्अ बी बलाया छा।
उई बगत ईसु का चेला उण्डअ आग्या, अर वान्अ अचम्बो होयो क वो एक बेरबानी सुं बतळार्यो छ। पण फेरबी कोई बी उं बेरबानी न्अ या कोन बुज्यो क “थन्अ कांई चायजे?” अर न्अ ईसु न्अ बुज्या क, “तु इसुं कांई बाता करर्यो छ?”
उं बेरबानी की बाता सुणर क, “ज्यो म करी छु वे सबळी बाता मन्अ बता दियो।” ई बजेसुं उं नगर का घणासारा सामरी मनख ईसु प बस्वास कर्या।
ई बजेसुं वो सामरया का सुखार नांऊ का नगर मं आयो। यो नगर उं जमी क सांकड्अ छो जिन्अ आपणा आग्लाबड़ा याकूब खुदका छोरा यूसुफ न्अ दियो छो।
एक सामरी बेरबानी पाणी भरबा आई, ईसु उन्अ खियो, “मन्अ पाणी पा।”