एक बगत आपा सबळा बी बांकी जस्यान काया की सुगली मंसा न्अ पूरी करअ छा। मन अर काया की मनसा न्अ पूरी करअ छा, अर संसार का दूसरा मनखा जस्यान परमेसर का रोषा का काम का छा।
परमेसर खुदको मकसद पूरो कराबा क्अ ताणी बां सबन्अ एक कर्यो छ, वांका मन मं या बात बेठाई गई छ क वे जद ताणी परमेसर को बचन पूरो कोन हो जाव्अ, जद ताणी खुदको राज करबा को अधिकार बी ड़रावणा ज्यानबर न्अ सुंप देव्अ।