क्युं क ये मनख आपणा परबु मसी की सेवा कोन करअ पण खुदका पेट की सेवा करअ छ। अर ये खुदकी मीठी-मीठी अर चापलुसी की बाता सुं भोळा-ढाळा मनखा का मन न्अ भरमाव्अ छ।
वांको तो मुण्डो बन्द कर्यो जाणोई चायजे। क्युं क वे ज्यो बाता सखाबा की कोन्अ वान्अ ई सखार घरका घर उजाड़र्या छ। बराई का गेल्ला सुं धन कमाबा बेई वे अस्यान करअ छ।
वे लोभ की बाता घड़र थान्अ खुदका फायदा को साधन बणावला, अर जी सजा की आज्ञा बां माळ्अ पेली सुं होगी, बीन्अ आबा मं थोड़ी बी बगत कोन्अ, अर वांको बिनास उंघर्यो कोन।
ह म्हारा प्यारा भायलाओ, हरेक आत्मा को बस्वास मत करो पण सदाई वान्अ परखर देखो क वे परमेसर का छ क कोन्अ। या म थान्अ जिसुं खेर्यो छु क्युं क घणा परमेसर की ओड़ी सुं झूंटमाट बोलबाळा संसार मं भरया छ।