6 परमेसर को खन्दायेड़ो एक मनख आयो जिको नांऊ यूहन्ना छो।
यो वोई छ जिका बारा मं पवितर सास्तर मं मण्ढर्यो छ, “देख म थारअ पेली म्हारा दूत न्अ खन्दार्यो छु। वो थारबेई गेल्लो बणावलो।”
बतावो यूहन्ना न्अ बतिस्मा को अधिकार कढ्अ सुं मल्यो छ? परमेसर सुं या मनखा सुं?” वे आमा-सामा बच्यार कर खेबा लाग्या, “आपा खेवां क ‘परमेसर सुं’ तो यो आपसुं पूछ्अलो क ‘फेर थे उंप्अ बस्वास क्युं कोन्अ कर्या?’
फेर परबु को सरगदूत उन्अ खियो, “जकर्याह ड़रप्अ मत, थारी परातना की सुणाई होगी छ जिसुं थारी लुगाई एक छोरा न्अ जण्अली, अर तु उंको नांऊ यूहन्ना रखाणज्यो।
“ह छोरा, अब तु परमप्रधान परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा खुवावलो। क्युं क तु परबु क आग्अ-आग्अ चालर उंक्अ बेई गेल्ला न्अ तियार करअलो।
म तो उन्अ कोन पेचाण्अ छो। पण परमेसर ज्यो मन्अ पाणी सुं बतिस्मो देबा खन्दायो छ, वो मन्अ खियो, ‘जिप्अ तु आत्मा न्अ उतरतो अर रूकतो देख्अ तो जाण जाज्यो क वोई पवितर-आत्मा सुं बतिस्मो देबाळो छ।’
थे सबळा खुद म्हारा गुवा छो क म थान्अ कांई खियो छो, ‘म मसी कोन्अ पण म तो उंक्अ पेली खन्दायो गियो छु।’”
बीक्अ आबासुं पेली यूहन्ना इजरायल का मनखा न्अ पापा सुं मन फरार बतिस्मो लेबाको परचार करतो आयो छो