मलिकिसिदक का माई-बाप का बारा मं कांई कोन लिखेड़ो। न्अ बीकी कोई वंसावली। जीका पैदा होबा को अर मरबा को कोई अतोपतो कोन्अ। वो परमेसर का छोरा की जस्यान सदा को याजक छ।
ज्यो मनख पाप करतो रेव्अ छ वो सेतान को छ, क्युं क सेतान सरूवात सुंई पाप करतो आयो छ। जिसुंई तो परमेसर को छोरो परगट होयो छ क वो सेतान का काम न्अ नास करदे।
पण आपान्अ तोल छ क परमेसर को छोरो आग्यो अर वो आपान्अ यो ज्ञान दियो छ क आपा उं परमेसर न्अ जाणल्या ज्यो सांचो छ। अर याबी क आपा उम्अ बण मेल्या छा ज्यो सांचो छ, क्युं क आपा उंका छोरा ईसु मसी मं पक्का छा। परम बाप ई सांचो परमेसर छ अर वोई सदामेस की जन्दगी छ।
“थुआतीरा का बस्वास्या की टोळी का सरगदूत न्अ या माण्ढ; परमेसर को छोरो, जिकी आंख्या धधकती आग की जस्यान छ, अर जीका पग चोखा पीतळ की जस्यान छ। वो अस्यान खेव्अ छ,