“म थान्अ थांका मन फराबा बेई पाणी सुं बतिस्मो देऊ छु पण वो ज्यो म्हारअ पाछ्अ आबाळो छ, मंसुं महान छ। म तो उंका जूता की जेवड़्या खोल्बा जस्यो बी कोन्अ। वो थान्अ पवितर-आत्मा अर आग सुं बतिस्मो देव्अलो।
अर ज्यो आदम का अपराध की बजेसुं मोत को राज होग्यो। तो ज्यो परमेसर की उळ्ळाई की दीया अर उंका धार्मिकता का बरदान न्अ पाबाळा जन्दगी मं उं एक मनख ईसु मसी की बजेसुं ओर बी साऊटा राज करअला।
वे ई बात न्अ खोज नखाळ्या क मसी को आत्मा ज्यो बाम्अ छ, अर ज्यो पेली सुं ही मसी का दुखा की अर बीक्अ पाछ्अ होबाळी मेमा की गुवाई देव्अ छो, वो कांई का बारा मं अर कसी बगत का बारा मं असारो करर्यो छो।