13 परमेसर की ओलाद का रूप मं वे न्अ तो कुदरती तरीका सुं पैदा होया छा, न्अ काया की मन्सा सुं अर न्अ माई-बाप की मन्सा सुं। पण वे परमेसर की मन्सा सुं आत्मिक रूप सुं पैदा होया छा।
अर या मत बच्यारो क थे आबाळा रोषा न्अ या खेर टाळ देव्अला क ‘आपा अबराम की ओलाद छा। म थान्अ खेऊ छु क परमेसर अबराम बेई यां भाटा सुं बी ओलाद पदा कर सक्अ छ।’”
ईसु वान्अ खियो, “म थान्अ सांची खेऊ छु, कोई बी मनख जद्या ताणी दुबारा कोन जनम्अ परमेसर का राज न्अ कोन देख सक्अ।”
म बीज बायो छु, अपुल्लोस उन्अ पाणी पायो छ, पण उन्अ बढ़ाबाळो तो परमेसर'ई छ।
क्युं क परमेसर'ई छ, ज्यो थांकी जिन्दगी मं काम करर्यो छ जिसुं क थाम्अ बीका मकसद न्अ पूरो करबा की मनसा अर तागत होवे।
अस्यान जिसुं कोन्अ होयो क आपा धरम का काम कर्या छा, पण उंकी दीया छ क वो आपान्अ पवितर-आत्मा सुं बचायो छ ज्यो आपान्अ धोर नयो जनम अर नुई जन्दगी देव्अ
वो बीकी खुदकी मनसा सुंई खुदन्अ सांचा बचन सुं पैदा कर्यो छ, जिसुं क आपा बीकी करेड़ी रचना मं पहला फळ होवां।
क्युं क थे नास होबाळा सुं कोन्अ पण नास कोन होबाळा बीज सुं, परमेसर का जीवता अर सदाई रेबाळा बचन सुं नयो जनम पाया छो।
आपणा परबु ईसु मसी का बाप अर परमेसर को धन्यवाद हो। मरेड़ा मं सुं ईसु मसी का जी उठबा सुं आपान्अ उंकी दीया सुं जीवती आस क ताणी नयो जनम दियो छ।
नया जनम्या छोरा की जस्यान पवितर आत्मिक दूध की मन्सा राखो, जिसुं थे बीका उद्धार मं बढ़ता जावो।
ज्यो परमेसर की ओलाद बणग्या वाम्अ परमेसर को सुभाव छ, जिसुं वे पाप कोन करता रेव्अ। क्युं क परमेसर वांको बाप छ, जिसुं वे पाप करता कोन रे सक्अ।
प्यारा भायलाओ, आपा आमा-सामा परेम रांखा। क्युं क परेम परमेसर सुं मल्अ छ अर हरेक ज्यो परेम करअ छ, वो परमेसर की ओलाद बणजाव्अ छ अर परमेसर न्अ जाण्अ छ।
ज्यो कोई ईसु बेई यो बस्वास करअ क वो मसी छ, तो वे परमेसर की ओलाद बणजाव्अ छ। अर ज्यो परम बाप सुं परेम करअ छ, वे उंकी ओलादा सुं बी परेम करअ छ।
आपा जाणा छा क ज्योबी परमेसर को छोरो बणग्यो, वो पाप कोन करतो रेव्अ। पण परमेसर को छोरो वांकी रक्ष्या करअ छ। वो दुष्ट वांको कांई बी कोन बगाड़ पाव्अ।
क्युं क ज्योबी परमेसर की ओलाद बणजाव्अ छ वो संसार न्अ जीत लेव्अ छ। अर संसार क उपरअ आपान्अ जिसुं जीत मली छ, वो छ आपणो बस्वास।