वे खुदका चेला न्अ हेरोदेस की पालटी का एकात मनखा की लार उकन्अ खन्दाया। वे मनख ईसु न्अ खिया, “गरूजी मे जाण्अ छा क तु सांचो छ, तु परमेसर का गेल्ला की सांची सक्ष्या देव्अ छ। अर तु कोई की परवा कोन करअ क्युं क तु मनखा का मुण्ढा देखर बात कोन्अ करअ।
भाया तीतुस! म ईसु मसी की ओड़ी सुं थरपेड़ो परमेसर को दास पौलुस थन्अ यो कागद माण्ढ़र्यो छु। म परमेसर का टाळेड़ा मनखा न्अ वांका बस्वास मं बड़ाबा बेई, अर सांच की सक्ष्या देबा बेई खन्दायो गियो छु, जिसुं वे भगती की जन्दगी मं जीव्अ।
वो छोरो परमेसर की महमा को उजाळो अर बीकाई सुभाव को छ। अर सबळी चीजान्अ खुदका जोरका बचन सुं संभाळ मेल्यो छ। वो पापा न्अ माफ करर सरग मं सर्वसक्तिमान की जीवणी ओड़ी जा बेठ्यो।
अर बस्वास का मालिक अर बस्वास न्अ सिद्ध करबाळा ईसु की ओर न्हाळता रेवां। ज्योबी खुसी क ताणी ज्यो बीक्अ आग्अ मली छ लाज की कांई बी परवा कर्या बना करूस को दुख सह लियो। अर सिंहासन माळ्अ परमेसर की जीवणी-बगल जा बेठ्यो।
पण ज्यो ज्ञान सरग सुं आव्अ छ, वो पेली तो पवितर होव्अ छ, फेर मेलमिलाप हाळो, प्यारो, बात मानबाळो अर दीया सुं भरया अर चोखा फळा सुं लदेड़ो अर बना भेदभाव हाळो अर खरो होव्अ छ।
यो कागद समौन पतरस की ओड़ी सुं छ, ज्यो ईसु मसी को दास अर खास थरपेड़ो छु, बां मनखा क नांऊ ज्यो आपणा परमेसर अर उद्धार करबाळा ईसु मसी की धार्मिकता सुं म्हाकी जस्यान घणो मेंगामोल को बस्वास पाया छ।
ये लोगबाग बड़बड़ करबाळा छ अर दोष हेरबाळा छ। ये खुदकी मंसा का गुलाम छ अर खुदका मुण्ढा सुं घमण्ड की बाता बोल्अ छ। खुदका फायदा बेई ये दूसरा की चम्मचागीरी करअ छ।