3 क्युं क थांका बस्वास को अंथ्याम होबासुं थान्अ सेन करबा की तागत मल्अ छ।
थांकी सेनसीलता थांका पराणा की रक्ष्या करअ ली।”
जतरी बी बाता सास्तर मं पेली सुं माण्ढी गई छ आपान्अ सखाबा बेई छ, क आपा थरचा अर हिम्मत ज्यो सास्तर सुं मल्अ छ उसुं आसा रखाणा।
ज्यो मनख थरचा सुं लगतमार चोखा काम करता होया महमा, आदर अर सदामेस की जन्दगी की खोज मं छ, वान्अ बदला मं परमेसर कद्या नास कोन होबाळी जन्दगी देव्अलो।
पण जिन्अ आपा कोन देखर्या बीकी आस करां छा तो थरचा सुं बीकी बाठनाळा छा।
अर आपा जाणा छा क ज्यो लोग परमेसर सुं परेम रखाण्अ छ वां बेई सबळी बाता मलर भलाई पैदा करअ छ। मतबल वां बेई ज्यो बीकी मन्सा सुं बलाया गिया छ।
अर यो थोड़ाघणा दना को कळेस आपण्अ बेई जुग-जुग की मेमा लेर आवलो। ज्यो ई दुख सुं घणी बड़ी।
जिसुं परमेसर की बस्वास्या की टोळ्यां मं मे खुद थाप्अ अभिमान करां छा। थांका दुखा क बीच अर कळेसा न्अ सेन करता होया थरचा सुं सेन करबो थांका बस्वास न्अ बताव्अ छ।
परबु थांका हीया न्अ परमेसर का परेम अर मसी की थरचाळी दृढ़ता की ओड़ी बडाव्अ।
क्युं क थान्अ बरदास करबो जरूरी छ क परमेसर की मनसा न्अ पूरी करर वादा का फळ न्अ पा लेवो।
ई बजेसुं जद गुवा की अतरी बड़ी जळा आपण्अ च्यारूमेर छ, तो आओ हरेक रोकबाळी चीज अर फसाबाळा पाप न्अ आंतरअ करर बी दोड़ न्अ जिम्अ आपान्अ भागणो छ सेन करता होया भागा।
म्हे या कोन्अ चावां क थे आळसी हो जावो। पण बांकी जस्यान चालो ज्यो बस्वास अर सबर रांखर परमेसर की परतिज्ञा न्अ पाव्अ छ।
यो जिसुं होयो क थांको परखेड़ो बस्वास, ज्यो आग मं तायेड़ा सोना सुं बी साउटा मोल को छ, उसुं थान्अ ईसु मसी क परकट होबा की बगत मं बड़ाई, महमा अर मान मल्अ।
अर समझ सुं खुद प्अ काबु पाबा न्अ, अर खुद प्अ काबु पाबा सुं धीरज न्अ, अर धीरज सुं भगती न्अ,