देखो, आपा थावस रांखबाळा न्अ भागहाळो खेवां छा। थे अय्यूब का थावस का बारा मं तो सुण्याई छो, अर परबु की ओड़ी सुं ज्यो बीको फळ होयो बीन्अ बी जाणज्ञा। क्युं क परबु बड़ी दीया अर तरस करबाळो छ।
अब जीत को मुकुट म्हारी बाठनाळर्यो छ। उं दन सांचो न्याऊ करबाळो परबु मन्अ जीत को मुकुट फरावलो। मन्अ ई नही पण वां सबळा न्अ बी ज्यो परेम सुं उंका आबाकी बाठनाळरया छ।
खुदन्अ परमेसर क ग्रहण करबा जस्यान को बणार एक अस्यान का सेवा करबाळा की न्याऊ साम्अ ल्याबा की जोरी करतो रे, क कोई बात बेई सरमाबा की जुरत कोन होव्अ। अर ज्यो परमेसर का सांचा बचन न्अ चोखा काम मं लेतो होव्अ,