9 उजाळा सुं सबळा चोखा काम अर सांच होव्अ छ अर बांकी लारअ परमेसर क साम्अ ठीक-ठीक करबो होव्अ छ।
थान्अ परमाण देणो पड़्अलो क थे सांच्याई मन फराया छो।
ईसु नतनएल न्अ खुदकी ओड़ी आतो देखर उंका बारा मं खियो, “देखो, यो सांचो इजरायली छ, जिम्अ कोई खोट कोन्अ।”
ह म्हारा भाईवो, मन्अ थाप्अ भरोसो छ क थे भलाई सुं भरया छो अर ज्ञान सुं पुरा छो। अर थे एक-दूसरा न्अ सखा सको छो।
या फेर तु बीकी महान करपा, सेनसक्ति अर थरचा न्अ नीच समझ्अ छ कांई? अर या बात तो थे जरूर जाणो छो क परमेसर की दीया थान्अ परास्चित की ओड़ी ले जाव्अ छ।
पण आपा परेम की लार सांच बोलता होया सब तरा सुं मसी की जस्यानका बणबा क ताणी बढ़ता जावां। जस्यान माथो सारी काया न्अ चलाव्अ छ, वस्यानई मसी बस्वास्या न्अ चलाव्अ छ।
जिसुं थे लोगबाग झूंट बोलबो छोड़र आमा-सामा सांच बोलो, क्युं क आपा सबळा एक'ई काया का अंग छा।
तो सांच को पट्टो कमर मं बान्धल्यो। अर झुल पेरल्यो, मतबल परमेसर क साम्अ सही करो।
परमेसर की महमा अर बड़ाई क ताणी थांकी जन्दगी बां चोखा गुणा सुं भर जाव्अ ज्यांन्अ ईसु मसी देव्अ छ।
ओ लुगायाओ, खुदका घरहाळा का खिया मं रेवो। जस्यान परबु का लोगा बेई चोखो लाग्अ छ।
पण तु, ज्यो परमेसर न्अ मान्अ छ, यां बाता सुं आंतरअ रेह अर धार्मिकता, भगतीहाळी सेवा, बस्वास, परेम, थरचा अर नम्रता मं लाग्यो रेह।
पण परमेसर छोरा बेई खेव्अ छ; “ओ परमेसर थारो राज जुग-जुग रेव्अ! तु खुदकी जनता माळ्अ न्याऊ सुं राज करअ छ।
ये बस्वास सुंई घणा राज-पाट जीत्या, धरम का काम कर्या, वादो करेड़ी चीजान्अ पा लिया, न्हार का मूंडा बंद कर दिया।
अर ज्यो थे या जाणो छो क मसी धरमी छ तो थे याबी जाणल्यो क ज्यो मनख धरम का काम करअ छ वो परमेसर की ओलाद छ।
ओ प्यारा भाई, बराई क नही पण भलाई क पाछ्अ चाल! ज्यो भलाई करअ छ, वो परमेसर को छ! अर ज्यो बराई करअ छ वो परमेसर न्अ कोन्अ जाण्यो।