पण म्हारअ बेई म्हारा जीव को कोई बी मोल कोन्अ। म तो बस बी दोड़-धुप अर बी सेवा न्अ पूरी करबो चाऊ छु जिन्अ म परबु ईसु सुं लियो छु वा छ, परमेसर की दीया का चोखा समचार की गुवाई देबो।
खुदकी अर पवितर-आत्मा सुं थांका हाथा म सुंपी लळ्डया की रुखाळी करता रेवो। अर परमेसर की बी बस्वास्या की टोळी का गुवाळ बण जावो जिन्अ वो खुदका छोरा का लोई सुं मोल लियो छ।
थाप्अ बी ये बाता लाग्अ छ क्युं क थे आत्मा का बरदान पाबा बेई उत्यावळा छो, थे या जोरी करब्अ करो क थांका आत्मिक बरदाना सुं बस्वास्या की टोळी की बढ़ोतरी होव्अ।
तो भायाओ, फेर कांई करणी चायजे? जद्या बी भेळा होवो तो एक मनख तो परमेसर को भजन गाव्अ, दूसरो सखाव्अ, एक परमेसर की ओड़ी सुं बोल्अ अर कोई न्यारी-न्यारी बोली म बोल्अ अर कोई उंको मतबल बताव्अ। ये सबळी बाता बस्वास्या की टोळी की मजबुती बेई होणी चायजे।
बीका खिया मं सबळा साअरो देबाळा जोड़ा सुं काया का सबळा अंगा न्अ जोड़या जावे, अर एक हो जाव्अ छ। ई बजेसुं जद सबळा अंग अपणो-अपणो काम करअ तो पूरी काया बड़े छ अर बा परेम मं खुद तगड़ी होवे छ।
थांका मुण्ढा सुं कोई बी नुकसाण की बात न्अ नखळणी चायजे, पण मनखा को होसलो बड़ाबा क ताणी जड़े जुरत होवे बड़े चोखी बात नखळणी चायजे, जिसुं ज्यो सुण्अ बांको भलो होव्अ।
थांका धार्मिक मुखिया प भरोसो रांखो अर बांका बसम्अ रेवो। वे परमेसर क साम्अ थांको लेखो देबाळा की जस्यान वे जागता होया थांका जीव की रुखाळी करअ छ। अर ज्यो थे वस्यान ई रेवो तो वे यो काम राजी सुं करअला, पण थे वस्यान कोन रेवो तो वे यो काम दुख सुं करअला। अर इसुं थान्अ कोई नफो कोन्अ होव्अलो।