यो ई बजेसुं होयो क सास्तर की या बात पूरी हो जाव्अ क, “बे म्हारा लत्ता आमा-सामा बांट लिया। अर म्हारा लत्ता माळ्अ गोळ्या गुड़ाया।” अर सपाई अस्यान'ई कर्या।
चौदा बरस पेली सुं एक मनख न्अ जाणु छु ज्यो मसी म छ उन्अ तीसरा सरग ताणी उठालिया छा। पण म कोन जाणूं उन्अ काया मं उठाया छा या फेर आत्मा मं या तो परमेसर'ई जाण्अ।