पण ज्यो ई पाणी मंसुं पिव्अला ज्यो म वान्अ देऊलो, वान्अ फेर कद्या बी तसाई कोन लाग्अली। पण ज्यो पाणी म वान्अ देऊलो वो वाम्अ एक झरण्यो बण जाव्अलो ज्यो सदामेस की जन्दगी बेई उफणतो रेव्अलो।”
म थान्अ सांची बताऊ छु, ज्यो म्हारा बचन न्अ सुणर उंप्अ बस्वास करअ छ ज्यो मन्अ खन्दायो छ, वो सदामेस की जन्दगी पाव्अ छ। न्याऊ की सजा उंप्अ कोन्अ पड़्अली। पण वो मोत न्अ पार कर जन्दगी मं चलजाव्अ छ।
पण संसार को मनख परमेसर की आत्मा की बाता न्अ कोन्अ मान्अ, क्युं क वे उंकी नजरा मं मुरखता की बाता छ, अर न्अ वो वान्अ जाण सक्अ छ क्युं क उंकी जांच आत्मा की रीत सुं होव्अ छ।
इसुंई म अब आग्अ जीवतो कोन्अ पण मसी म्हारअ माईन्अ जीवतो छ। तो ई काया मं अब म ज्यो जन्दगी जीर्यो छु वा तो बस्वास प टकी छ। परमेसर का बी छोरा क बेई बस्वास प ज्यो मंसुं परेम कर्यो अर म्हारअ बेई जन्दगी दियो छ।
यो उं आस की बजेसुं होयो छ ज्यो थांक्अ बेई परमेसर का राज मं सुरक्षित छ। अर जिका बारा मं थे पेल्याई सांचा बचन मतबल चोखा समचार सुं सुणमेल्या छो, ज्यो थां कन्अ आयो छो।
क्युं क थे मसी की लारा मर चुक्या छो अर थान्अ संसार की सक्ष्या सुं छूटवाड़ो मलचुक्यो छ। तो थे ई संसार का मनखा की जस्यान को बुवार क्युं करो छो? अर अस्यान का निमा न्अ क्युं मानो छो जस्यान
हे म्हारा प्यारा भायलाओ, अब आपा परमेसर की ओलाद छा पण आबाळी बगत मं आपा कांई होव्अला, हालताणी ईका बारा मं आपान्अ कोन बताया। पण छाव्अ ज्योबी होव्अ आपा या जाणा छा क जद्या मसी फेरू परगट होव्अलो तो आपा उंक्अ जस्यानका हो जाव्अला, क्युं क वो जस्यान को छ वस्यान ई आपा उन्अ देख्अला।