3 जद्या पतरस बीन्अ खियो, “ह हनन्या, सेतान न्अ तु थारा मन मं या बात क्युं अण्णाबा दियो की तु पवितर-आत्मा सुं झूंट बोल्अ अर जमी न्अ बेचबा सुं मल्या पिसा मंसुं थोड़साक बचार मेल ले?
वो बीज ज्यो गेल्ला की कोर प पड़यो छो उंको मतबल छ क, ज्दया कोई सरग का राज का समचार न्अ सुण्अ छ अर उन्अ समझ्अ कोन्अ तो सेतान आर उंका मन मं ज्यो बायेड़ो छ उन्अ लेजाव्अ छ।
फेर सेतान यहूदा मं आ घुस्यो जिन्अ इस्करियोती खेव्अ छा, ज्यो बा बारा चेला मंसुं एक छो।
ब्याळू करती बगत सेतान, समौन का छोरा यहूदा इस्करियोती का मन मं या बात बाड़ दियो छो क ईसु न्अ पकड़वा देव्अ
गास लेताई सेतान यहूदा क मायन्अ समाग्यो। जद्या ईसु बीन्अ खियो, “तु ज्यो करबाळो छ बीन्अ बेगो कर!”
अर खुदकी बेरबानी की सेमती सुं बीम्अ सुं थोड़साक पिसा बचार मेल लियो। अर बच्यो जिन्अ ल्यार थरपेड़ा न्अ सुंप दियो।
कांई बेचबा सुं पेली बा थारी कोन छी? अर जद्या तु बीन्अ बेच दियो तो, कांई वे पिसा थारा अधिकार मं कोन्अ छा? तु अस्यानको काम करबा को बच्यार थारा मन म क्युं कर्यो? तु मनखा सुं नही पण परमेसर सुं झूंट बोल्यो छ।”
जद्या पतरस उन्अ खियो, “थें दोनी परबु का आत्मा की परक्ष्या लेबा बेई राजी क्युं हिया छा? देख थारा घरहाळा न्अ गाड़बाळा देळ ताणी आपुच्या अर वे थन्अ बी उठा'र ले जाव्अला।”
जिसुं परमेसर क आग्अ नमर हो जाओ, अर सेतान को बिरोध करो तो वो थांक्अ सायरअ सुं भाग जाव्अलो।
साऊचेत रेवो, जागता रेवो, क्युं क थांको बिरोधी सेतान घुर्राबाळा नार की जस्यानई ताक मं रेव्अ छ क कद्या कुण न्अ फाड़ खाव्अ।