4 यूहन्ना की लेरअ पतरस उंकाड़ी नाळर खियो, “म्हाकाड़ी नाळा।”
फेर वो पौथी न्अ बन्द कर सेवक न्अ पाछी देदियो अर वो तळ्अ बेठग्यो। परातना-सभा का सबळा मनखा की आंख्या उन्अई देखरी छी।
ईसु बीन्अ खियो, “म थन्अ कोन्अ खियो छो कांई क तु बस्वास करअली तो परमेसर की महमा देख्अली?”
जद्या ईसु उन्अ उण्डअ पड़यो देख्यो अर या जाणग्यो क वो घणादना सुं रोगलो छ तो उन्अ बुज्यो, “तु नीका होबो छाव्अ छ कांई?”
तो कुरनेलियुस डरपर सरगदूत ओड़ी नाळर बोल्यो, “ह परबु, कांई छ?” सरगदूत बीन्अ खियो, “परमेसर थारी परातना सुण्यो छ अर थारा दान सुं वो घणो राजी छ।
म बीन्अ चत लगार देख्यो। बीक्अ उपरअ एकूं-एक जात्या का ज्यानबर किड़ा-मकोड़ा, आम्बर मं उडबाळा जन्दावर छा।
दोपेर पाछ्अ तीन बज्या परातना की बगत पतरस अर यूहन्ना मन्दर मं जारया छा।
वो मनख हालताणी पतरस अर यूहन्ना को हाथ पकड़या ई छो, जद्या सबळा मनख घणा अचम्बा मं हेर बी ठार प ज्यो सुलेमान को बराऊण्ढो खुवाव छी उंक्अ सांकड्अ भाग्याई आया।
जद्या पतरस या देख्यो तो बा मनखा न्अ खियो, “ह इजरायल का मनखवो, थें ई बात प अचम्बो क्युं करर्या छो? अस्यान न्हाळ'र म्हान्अ क्युं देखर्या छो? जाण्अ मेई म्हाकी सक्ती अर भगती का जोरसुं ईन्अ चालबा-फरबा ज्यान को बणाया छा।
जद्या यो मनख देख्यो क यूहन्ना अर पतरस मन्दर मं उळबाळाई छ तो बासुं भीख मांग्यो।
तो वो कोई-कांई मलबा की आस सुं वाकांड़ी झाक्यो।