उण्डअ रेबाळा जद्या बी सांप न्अ बीका हाथ क लटक्यो देख्या तो वे आमा-सामा खेबा लाग्या, “जरूर यो एक हत्यारो मनख छ। ज्यो सागर सुं तो बच नखळ्यो पण न्याऊ बीन्अ जीबा कोन्अ देर्यो।”
वेई मसी का दास छ कांई? म तो बावळ्या की जस्यान खेऊ छु क म वासुं बी बढ़र मसी को दास छु! म वासुं साउटी मेनत कर्यो छु, केई बार केद म गियो छु, घणीबेर सोट्टा खायो छु अर बार-बार मोत को सामनो कर्यो छु।