“ज्यो म्हारअ उपरअ बस्वास करअ ला, वांन्अ ये अचम्बा का काम करबा की सकत्यां मल्अली; वे म्हारा नांऊ सुं दुष्टात्मा न्अ नखाळ्अला, वे नुई नुई बोल्या बोल्अला,
या आत्मा कोई न्अ चमत्कार करबा की सक्ती, कोई न्अ परमेसर की ओड़ी सुं बोलबा की अर कोई न्अ भली अर बरी आत्मा की पेचाण करबा को बरदान। अर कोई न्अ न्यारी-न्यारी बोली बोलबा को बरदान अर कोई न्अ बोली को मतबल बताबा को बरदान मल्अ छ।
परेम कद्या बी कोन टळ्अ; अर आग्अ सुं परमेसर की ओड़ी सुं बोलबो डट जाव्अली; न्यारी-न्यारी भाषा म बोलबा को बरदान बी खतम हो जाव्अलो; अर ज्ञान बी जातो रेव्अलो।
अर म या चाऊ छु क थे न्यारी-न्यारी बोल्या म बाता करो पण इसुं बी साउटो म या चाऊ छु क थे परमेसर की ओड़ी सुं बोलो; क्युं क बस्वास्या की टोळी की मजबुती बेई न्यारी-न्यारी बोल्या को मतबल समझाबाळा सुं परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळो बड़ो छ।