वो बान्अ खियो, “थें जाणो छो क एक यहूदी बेई दूसरी बिरादरी का मनख की लेरअ कोई बुवार रांखबो या वाक्अ घरा जाबो निमा क बिरोध मं छ। पण फेरबी परमेसर मन्अ दर्सायो छ क म कोई बी मनख न्अ असुद्ध या अछुत कोन्अ खेऊ।
तो अब तु एकात मनखा न्अ याफा नगर मं खन्दा अर समौन नांऊ का पतरस न्अ अण्डअ बलाल्अ। वो समौन नांऊ का एक खालड़ा को काम करबाळा की लेरअ रेर्यो छ ज्यो समून्दर की तीर प रव्अ छ”
पण म्हारो अस्यान मांडबा को यो मतबल छ क थे अस्यान का मनखा सुं नातो मत रांखज्यो ज्यो दखावा का बस्वासी छ पण वे कुकर्मी, लालची, मूर्ति पुजबाळा, गाळबको करबाळा, नसेड़ी अर ठग छ अस्यान का मनखा की लार उठ बेठ मत रांखज्यो।