30 जद्या कुरनेलियुस खियो, “च्यार दन पेली ई बगत की दन का तीसरा फेर तीन बज्या म खुदका घर मं परातना करर्यो छो। एकधम चमचमाता लत्ता मं एक मनख आर म्हारअ साम्अ उबो होग्यो।”
उंको रुप आम्बर की बिजळी की ज्यान चलकर्यो छो अर उंका लत्ता बरफ की ज्यान धोळाफट छा।
फेर वो मनख वान्अ खियो, “डरपो मतो, थें जी ईसु न्अ ज्यो नासरत नगर को रेबाळो छ हेररी छो, जिन्अ सुळी प लटकाया छा, वो जिन्दो हेग्यो! वो अण्डअ कोन्अ। ई ठार न्अ देखो जण्ढ्अ उन्अ मेल्या छा।
जद्या वे ई बात मं उळजरी छी क बाक्अ सांकड्अ चलक-भलक करता लत्ता फेरया दो मनख आर उबा हेग्या।
वो जार्यो छो जद्या वे सरग ओड़ी ताकर्या छा, तो दो मनख धोळाफट लता फेरया वाक्अ गाब्अ प्रगट्या,
वे खिया, “म्हान्अ रोम की सौ सपाया की फौज को मुखियो कुरनेलियुस खन्दायो छ। वो परमेसर सुं डरपबाळो एक भलो मनख छ। सबळा यहूदी मनखा मं बीको घणो सम्मान छ। बीन्अ पवितर सरगदूत थन्अ खुदका घर मं बलाबा को नुतो देबा बेई अर ज्योबी तु खेव्अ बीन्अ सुणबा बेई खियो छ।”
जिसुं जद्या मन्अ बलायो तो म बेधोक्अ आग्यो। अर अब तु मन्अ बता, मन्अ क्युं बलायो छ।”
दन का तीन एक बज्या की वो दर्सण मं स्याप रूप सुं देख्यो क परमेसर को एक सरगदूत बी कन्अ आयो छ अर बीन्अ खेर्यो छ, “कुरनेलियुस।”
अर खियो, “कुरनेलियुस, परमेसर थारी परातना सुण्यो छ अर थारा दान सुं वो घणो राजी छ।
दोपेर पाछ्अ तीन बज्या परातना की बगत पतरस अर यूहन्ना मन्दर मं जारया छा।