13 जद्या तु आव्अ तो उं कोट न्अ जिन्अ मं त्रोआस नगर मं करपुस क घरा छोड़यायो छो, लेतो आज्यो। म्हारी पोथ्या, अर खास कर तो चामड़ा की पोथ्या न्अ बी लेतो आज्यो।
म घणी मेनत करर गाढो थाक'र जन्दगी जीयो छु। केई बार म सो बी कोन सक्यो। केई बार भूखो तसायो रियो छु। केई बार तो म आधो भूखा रियो। अर घणी बार तो स्याळा म बना लत्ता क धूजतो रियो।