वो एक दन धाम मेल्यो छ जद्या वो खुदका थरपेड़ा एक मनख की लेरअ जगत का सबळा मनखा को न्याई सुं न्याऊ करअ लो। जिन्अ परमेसर मरेड़ा मंसुं जीवतो करर हरेक न्अ ई बात को परमाण दियो छ।”
पण अब आपणा उद्धार करबाळा मसी ईसु क परगट होबा की लार-लार आपण्अ बेई चोड़्अ कर्यो गियो छ। वो मोत को अंत कर दियो अर जन्दगी अर सदामेस की जन्दगी न्अ चोखा समचार सुं उजाळा मं कर दियो छ।
अब जीत को मुकुट म्हारी बाठनाळर्यो छ। उं दन सांचो न्याऊ करबाळो परबु मन्अ जीत को मुकुट फरावलो। मन्अ ई नही पण वां सबळा न्अ बी ज्यो परेम सुं उंका आबाकी बाठनाळरया छ।