3 बना परेम का, बना छमा, बराई करबाळा, असंयमी, जंगळी, ज्योबी चोखो छ उंका बिरोधी,
“भाई, भाई न्अ पकड़वार मार देव्अला, माई-बाप खुदकी ओलाद न्अ पकड़ावला अर ओलाद माई-बापा का बिरोध मं हो जाव्अली। अर वे वान्अ मरवा देव्अला।
फेर आत्मा उन्अ बेगीसीक उजाड़ थळा मं लेगी। क सेतान उंकी परक्ष्या ले सक्अ।
“चेलावो ज्योबी थान्अ सुण्अ छ, मन्अ सुण्अ छ अर ज्योबी थांको बिरोध करअ छ, वो म्हारो बिरोध करअ छ। अर ज्यो म्हारअ बेई नट जाव्अ छ वो बी बेई नट्अ छ ज्यो मन्अ खन्दायो छ।”
अर जद्या पिसा का लोभी फरीसी या सुण्या तो वे ईसु की घणी हांसी कर्या।
ईसु वान्अ जुवाब दियो, “थां बारा न्अ म कोन चुण्यो कांई? फेरबी थाम्अ सुं एक सेतान जस्यान को छ।”
वे सब तरा का अधर्म, बुराई, लालच, बरी आदत, बेर सुं भरग्या। वे बळ्यामरबो, हत्या, लड़ाई-झगड़ा, छळ-पाखण्ड अर बरी भाऊना सुं भरया छ। वे बाता बणाता रेव्अ छ।
बेबुद्धिहाळा, करार तोड़बाळा, बना दीया का, अर बना परित का होग्या।
अर थे लुगाई-मोट्यार जद्या परातना करबा जावो तो आमा-सामा बतळार थोड़ी बगत परातना मं रे सको छो, अर ईक्अ पाछ्अ थे फेरू एकलार रेवो, क्युं क कढी अस्यान कोन हो जाव्अ क थांका न्यारा होबा को फायदो उठा'र सेतान थान्अ खुदन्अ बसम्अ रांखबा की कमी सुं परख्अ।
पण ज्यो थे खुद प काबु कोन रांख सको तो थे बियाऊ करल्यो; क्युं क ई वासना की आग मं जीबा सुं बियाऊ करबो साउटो चोखो छ।
जिसुं ज्यो ई सक्ष्या बेई नटर्यो छ वो कोई मनख न्अ कोन नटर्यो पण परमेसर न्अ नटर्यो छ। उं परमेसर न्अ ज्यो थान्अ खुदकी पवितर-आत्मा बी देर्यो छ।
अस्यान'ई बेरबान्या न्अ बी सम्मानहाळी होणी चायजे। वे दूसरा की बराई करबाळी कोन होणी चायजे पण साउचेत अर हरेक बात म बस्वासहाळी होणी चायजे।
पण उन्अ तो आवभगत करबाळो, भलाई न्अ चाहबाळो, खुदन्अ बसम्अ रांखबाळो, धरमी, भगत अर कायदा मं रेबाळो होणो चायजे।
अस्यान'ई बुढ़ी डोकर्या न्अ सखावो क वे पवितर मनखा की जस्यान चोखा बेवारहाळी बण्अ। बराई करबाळी कोन बण्अ अर दारूड़ी कोन्अ होव्अ। वे चोखी-चोखी बाता सखाबाळी बण्अ।
पण थे बी गरीब को मान उतार्या छो। कांई अमीर मनख थां माळ्अ जुलम कोन करअ, अर बेई थान्अ पंचा क साम्अ घीस्अ छ।
वे दूसरा की लुगायां न्अ वेभिचारीणी की जस्यानई देख्अ छ, ब पाप कर्या बना रूक कोन सक्अ। वे सराप की ओलाद छ।
वे बान्अ आजाद करबा की परतिज्ञा तो करअ छ, पण खुद ई सड़ान्द का गुलाम छ, क्युं क ज्यो जिसुं हार जाव्अ छ, वो बीको गुलाम बणजाव्अ छ।
पेली थे या जाणल्यो क आखरी दना मं हंसी-ठिटोळी करबाळा आवला, ज्यो खुदकी बुरी लाळसा सुं चाल्अला।
ये लोगबाग बड़बड़ करबाळा छ अर दोष हेरबाळा छ। ये खुदकी मंसा का गुलाम छ अर खुदका मुण्ढा सुं घमण्ड की बाता बोल्अ छ। खुदका फायदा बेई ये दूसरा की चम्मचागीरी करअ छ।
वे थान्अ खेव्अ छा क “आखरी का दना मं अस्यान का लोगबाग होव्अला ज्यो परबु अर उंका मनखा की हांसी उड़ाब्अ करअला। अर वे सुगली मंसा क पाछ्अ-पाछ्अ चाल्अला।”
दूसरा ड़रावणा ज्यानबर न्अ बी पेला ड़रावणा ज्यानबर की मूर्ति मं सांस फूकबा की सक्ति दी गई छी जिसुं क बा पेला ड़रावणा ज्यानबर की मूरती बोल सक्अ अर ज्योबी बीकी आराधना कोन करअ बान्अ मारबा बेई खे सक्अ।
वे थारा भगता को अर परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा को लोई बुवाया छ। तु न्याऊ करबाळो छ। तु बान्अ पीबा क्अ ताणी लोई ही दियो छ क्युं क वे ईक्अ ई लायक छ।”
म देख्यो क बा लुगाई परमेसर का लोगबागा का लोई न्अ पीर नसा मं होगी। क्युं क वे लोगबाग परबु ईसु बेई ईमानदार छा। अर बीन्अ देखर मं अचम्बा मं पड़ग्यो।