पण अब परगट होर सदामेस का परमेसर की आज्ञा सुं परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा की माण्ढी पोथ्या क जरिये सबळी जात्या न्अ बतायो गियो छ, क वे बस्वास सुं आज्ञा मानबाळा हो जाव्अ।
यो कागद पौलुस की ओड़ी सुं छ, ज्यो परमेसर की मन्सा सुं मसी ईसु को खास थरपेड़ो छ अर जिन्अ परमेसर उं जन्दगी का बारा मं परचार करबा बेई खन्दायो छ जिन्अ परमेसर मसी ईसु का गठजोड़ सुं देबा को वादो कर्यो छ।
वस्यान ई वो खुदका कागदा मं बी यां बाता का बारा मं बतायो छ, ज्यां मं केई बाता असी छ ज्यांन्अ समझबो कळ्डो छ, अर नासमझ अर डामाडोळ मनख या बाता को अर्थ बी पवितर सास्तर की दूसरी बाता की जस्यान खींच-ताणर खूदका नास को कारण बणाव्अ छ।
अर म बीक्अ ढोक देबाक्अ ताणी बीक्अ पगा म्अ पड़ग्यो। पण वो मन्अ खियो, “अस्यान मत कर! म बी थारी अर थारा साथ का बस्वास्या की जस्यान परमेसर की सेवा करबाळो छु, ज्यो ईसु की गुवाई देबाक्अ ताणी बण्या रेव्अ छ। परमेसर की आराधना कर। क्युं क ईसु की गुवाई परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळी आत्मा छ।”