10 पण अब आपणा उद्धार करबाळा मसी ईसु क परगट होबा की लार-लार आपण्अ बेई चोड़्अ कर्यो गियो छ। वो मोत को अंत कर दियो अर जन्दगी अर सदामेस की जन्दगी न्अ चोखा समचार सुं उजाळा मं कर दियो छ।
तो अर ज्यो थांको सबळो डील उजाळा सुं भर्यो छ अर बीका कस्या बी अंग म अंधेरो कोन्अ तो वो पूरो अस्यान चलक्अ छ जाण्अ कोई दियो थान्अ अपणी किरणा सुं उजाळो देव्अ छ।”
पण अब परगट होर सदामेस का परमेसर की आज्ञा सुं परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा की माण्ढी पोथ्या क जरिये सबळी जात्या न्अ बतायो गियो छ, क वे बस्वास सुं आज्ञा मानबाळा हो जाव्अ।
म्हारी परमेसर सुं अरदास छ क थांका मन की आंख्या खुल जाव्अ जिसुं थे जाण सको क जी आस ताणी थान्अ वो बलायो छ अर जी पांती न्अ वो खुदका सबळा पवितर मनखा न्अ देव्अलो, बा कतरी महान अर अनमोल छ।
यो कागद पौलुस की ओड़ी सुं छ, ज्यो परमेसर की मन्सा सुं मसी ईसु को खास थरपेड़ो छ अर जिन्अ परमेसर उं जन्दगी का बारा मं परचार करबा बेई खन्दायो छ जिन्अ परमेसर मसी ईसु का गठजोड़ सुं देबा को वादो कर्यो छ।
अब जीत को मुकुट म्हारी बाठनाळर्यो छ। उं दन सांचो न्याऊ करबाळो परबु मन्अ जीत को मुकुट फरावलो। मन्अ ई नही पण वां सबळा न्अ बी ज्यो परेम सुं उंका आबाकी बाठनाळरया छ।
यो कागद समौन पतरस की ओड़ी सुं छ, ज्यो ईसु मसी को दास अर खास थरपेड़ो छु, बां मनखा क नांऊ ज्यो आपणा परमेसर अर उद्धार करबाळा ईसु मसी की धार्मिकता सुं म्हाकी जस्यान घणो मेंगामोल को बस्वास पाया छ।
उंई जन्दगी को ज्ञान मान्अ दियो गियो छ। म्हे उन्अ देख्या छा अर म्हे उंका गुवा छा, अर अब थान्अ सदामेस की जन्दगी को समचार सुणावा छा क ज्यो पिता परमेसर की लार छो अर म्हाप्अ परगट होयो छ।
जीक्अ कान होव्अ, वो सुणले क आत्मा बस्वास्या की टोळी सुं कांई खेव्अ छ। ज्यो जय पाव्अलो, म बीन्अ परमेसर का बाग मं लागेड़ा जन्दगी का रूंखड़ा को फळ खाबा को अधिकार देऊला।”