म घणी मेनत करर गाढो थाक'र जन्दगी जीयो छु। केई बार म सो बी कोन सक्यो। केई बार भूखो तसायो रियो छु। केई बार तो म आधो भूखा रियो। अर घणी बार तो स्याळा म बना लत्ता क धूजतो रियो।
ज्यो चोरी करतो आर्यो छ उन्अ कद्या बी चोरी कोन्अ करणी चायजे, पण खुदका हाथां सुं कोई चोखो काम करर मेहनत की कमाई करणी चायजे। जिसुं कोई जुरताळा को हाथ बटा सके।