6 अर थे तो या जाण्अ ई छो क उन्अ कांई रोक मेल्यो छ क वो सई मोको आया सुं प्रगट होव्अ।
सरग सुं परमेसर को रोष हरेक पाप अर बराई करबाळा मनखा प पड़लो, ज्यो सांच न्अ अधर्म सुं दबाव्अ छ।
कस्यान बी कोई का छळबा मं मत आज्यो। म अस्यान जिसुं खेर्यो छु क्युं क वो दन उं बगत ताणी कोन आवलो जद्या ताणी परमेसर सुं मुण्डो मोड़बा की बगत कोन आवली अर बेवस्था न्अ कोन मानबाळो वो मनख मतबल बिनास की ओलाद साम्अ कोन आवलो। जिन्अ परमेसर नरक की आग मं पटक्अलो।
म अस्यान जिसुं खेर्यो छु क्युं क बना बेवस्था की राजहाळी सक्ती हालताणी बी खुदको काम कर'री छ। अब कोई उन्अ डाटर्यो छ अर वो जद्या ताणी उन्अ डाटया रेव्अलो, जद्या ताणी उन्अ डाटया रखाणबाळा न्अ गेल्ला मंसुं कोन हटा दियो जाव्अलो।
जद्याई वो बना बेवस्थाळो प्रगट होव्अलो। जद्या परबु ईसु खुदकी महमा मं प्रगट होवलो, तो वो उन्अ मारगाल्अलो अर खुदक्अ पाछा आबा का मोका प खुदकी फूंक सुं उन्अ नास कर देव्अलो।