6 जरूर परमेसर की नजरा मं यो न्याऊहाळो छ क ज्यो थान्अ दुख देर्या छ वान्अ परमेसर बदला मं दुख ई देव्अलो।
क्युं क ज्यो बरो काम करअलो, उन्अ बीकी बराई को फळ मल्अलो क्युं क बड़्अ कोई दुब्यात कोन्अ।
क्युं क परमेसर अन्याय कोन्अ क थांका काम अर बी परेम न्अ भूल जाव्अ ज्यो थे बीका नांऊ क ताणी अस्यान दखाया छो क दूसरा बस्वासी मनखा की सेवा कर्या छो अर कर बी रया छो।
गेर यहूदी रोष मं भरग्या, पण अब थारा रोष की बगत छ। अर न्याऊ की बगत आगी। क मरेड़ा को न्याऊ हो सक्अ। अर बगत आगी क थारा सबळा सेवक ईनाम पाव्अ सबळा परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा, थारा सबळा लोगबाग अर थारो आदर करबाळा सबळा, छोटा-बड़ा ईनाम पाव्अ। अर धरती न्अ बगाड़बाळा न्अ खतम कर्यो जाव्अ।”
हे परबु, थारसुं सबळा डरप्अला। थारो नांऊ लेर सबळा बड़ाई करअला, क्युं क तूई पवितर छ। सबळी जात्या आर थारी आराधना करअ। क्युं क थारा धरम का काम दिखर्या छ।”
“हे सरग, हे परमेसर का लोगबागाओ, थरपेड़ा ओ अर परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळाओ खुसी मनाओ! क्युं क ज्यो बा थांकी लार करी छ बीन्अ परमेसर बीक्अ लायक डण्ड दियो छ।”
ई नगरी न्अ सजा जिसुं मली छ क्युं क परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा को अर परमेसर का लोगबागा को अर धरती प्अ मारया गिया सबळा लोगबागा का लोई को यो नगर जुम्मेवार छो।
क्युं क बीको न्याऊ सांचो अर सई छ, वो बी वेस्या को न्याऊ कर्यो छ, ज्यो ई संसार न्अ खुदका व्यभिचार सुं बगाड़ दी। परमेसर का लोगबागा न्अ मारबा की बजेसुं परमेसर बीन्अ सजा दियो छ।”
वे जोरसुं हाक्को पाड़र खिया, “हे पवितर अर सांचा परबु, म्हाका हत्यारा अर ई धरती का लोगबागा को न्याऊ करबा अर बान्अ डण्ड देबा बेई तु कद्या ताणी बाठ न्हाळ्अलो?”