पण ये बाता म थान्अ जिसुं खियो छु क जद बाकी हेबा की बगत आव्अ तो थे याद रांखो क म थान्अ पेलीई खेदियो छो।” “अर सरूवात सुं म थान्अ जिसुं कोन्अ खियो क्युं क म थांकी लार छो।
क्युं क ये मनख आपणा परबु मसी की सेवा कोन करअ पण खुदका पेट की सेवा करअ छ। अर ये खुदकी मीठी-मीठी अर चापलुसी की बाता सुं भोळा-ढाळा मनखा का मन न्अ भरमाव्अ छ।
क्युं क काया का रुप सुं तो म थां कन्अ कोन्अ पण फेरबी आत्मा का रुप सुं म थां कन्अ छु। म थांकी जन्दगी का तरीका अर मसी मं थांका बस्वास की मजबुती न्अ देखर राजी छु।
साउचेत रेवो क थान्अ खुदका वां संसार का बच्यार अर फालतु प्रपंचा सुं धोखो कोन देव्अ ज्यो मनखा सुं मल्अ छ, या मसी की देन कोन्अ पण जगत मं राज करबाळी आत्मा की देन छ।