परमेसर की उं दीया सुं ज्यो मन्अ मलेड़ी छ, मं एक चोखा मस्तरी की जस्यान नीमा भर्यो छु। पण बिप्अ चुणबा को काम तो कोई ओर'ई करअ छ पण हरेक न्अ सावचेत होर ध्यान राखणी चायजे क वो बिप्अ चुणाई कस्यान करर्यो छ।
अर जिसुं मारअ उपरअ दीया होई छ क ईसु मसी एक बड़ा पापी की जस्यान मन्अ काम म लेता होया आग्अ चालर ज्यो मनख उम्अ बस्वास करअला, वां बेई सदामेस की जन्दगी लेबा बेई एक उदारण की जस्यान मन्अ बणार खुदकी घणीसारी सेनसीलता दखा सक्अ।
पण ज्यो ज्ञान सरग सुं आव्अ छ, वो पेली तो पवितर होव्अ छ, फेर मेलमिलाप हाळो, प्यारो, बात मानबाळो अर दीया सुं भरया अर चोखा फळा सुं लदेड़ो अर बना भेदभाव हाळो अर खरो होव्अ छ।
परबु खुदकी परतिज्ञा का बारा मं उंघ्अ कोन्अ, जस्यान कोई समझ्अ छ, पण थांकी बजेसुं थावस रांख्अ छ अर या कोन छाव्अ क कोई नास हो जाव्अ, पण सबळा न्अ पछतावो करबा को मोको मल जाव्अ।