9 अस्यान परबु भगता न्अ अंथ्याम मं सुं नखाळबो अर अधर्मी मनखा न्अ न्याऊ का दन ताणी सजा मं रांखबो जाण्अ छ।
म थान्अ सांची खेऊ छु क ज्दया न्याऊ होवलो तो उं दन उं नगर की दसा सुं सदोम अर अमोरा नगरा की दसा साऊटी चोखी होवली।”
म्हान्अ पाप की परक्ष्या मं मत पड़बाद्अ, पण बराई सुं बचा। क्युं क राज, सामर्थ अर महमा सदा थारी छ। आमीन!”
पण खुदकी कळ्डाई अर कद्या बी पचतावो कोन करबाळा मन की बजेसुं, उंका रोष न्अ खुद बेई उं दन ताणी भेळो करर्यो छ जद्या परमेसर को सांचो न्याऊ परगट होव्अलो।
अर थे कद्या बी अस्यान कोन परख्या गिया। ज्यो मनखा क सेबा सुं बारअ हो। अर परमेसर बस्वासहाळो छ वो थान्अ थारी सक्ति सुं साऊटो परखबा कोन देव्अ, पण जद्या थे परख्या जावो छो तो वो परखबा की लार-लार थान्अ बचाबा बेई उपाय बी सुझाव्अ छ।
सांच्याई मसी ईसु की सेवा की भलाई मं ज्यो जीबो छाव्अ छ, सताया ई जाव्अला।
वो आपण्अ बेई खुदन्अ देदियो। क वो सब तरा का पाप सुं आपान्अ बचा सक्अ अर आपान्अ पवितर करर खुदक्अ ताणी अस्या मनख बणाव्अ ज्यो भला काम करबा क ताणी उतावळा रव्अ।
क्युं क परमेसर बां सरगदूता न्अ ज्यो पाप कर्या छा कोन छोड्यो, पण पाताळ मं खन्दार आंधा कुवा मं पटक दियो। जिसुं न्याऊ का दन ताणी केदी रेव्अ।
पण अबार को आम्बर अर धरती बी बचन सुंई रांखेड़ी छ क बाळी जाव्अ, अर या बना भगती का मनखा का न्याऊ अर खतम करबा का दन ताणी अस्यान ही रांखी जाव्अली।
म थान्अ या बी याद दुवाबो चाऊ छु क ज्यो दूत खुदका ओहदा न्अ कोन्अ सम्भाळ सक्या, पण परमेसर का घर न्अ छोड़र भागग्या। आग की भट्टी मं न्याऊ होबा बेई, वान्अ न्याऊ का दन ताणी सदामेस का अन्धेरा मं बांधर रखाण मेल्या छ।
क्युं क तु म्हारा थरचा सुं सेनसीलता का खिया न्अ मान्या छो। ई बजेसुं म बी थारी रक्ष्या बी अन्थ्याम की बगत करूलो ज्यो ई धरती माळ्अ रेबाळा न्अ परखबा क ताणी सारा संसार माळ्अ आबाळीई छ।