3 वे लोभ की बाता घड़र थान्अ खुदका फायदा को साधन बणावला, अर जी सजा की आज्ञा बां माळ्अ पेली सुं होगी, बीन्अ आबा मं थोड़ी बी बगत कोन्अ, अर वांको बिनास उंघर्यो कोन।
तो वे सावधानी सुं बीक्अ उपरअ नजर राखबा लागग्या। वे अस्यान का जासुस खन्दाया ज्यो ईमानदार होबा को सांग रच मेल्या छा। जिसुं वे बीन्अ उंकी खेई बाता मं फसार राज्यपाल की सक्ति अर अधिकार क तण्अ करदे।
क्युं क ये मनख आपणा परबु मसी की सेवा कोन करअ पण खुदका पेट की सेवा करअ छ। अर ये खुदकी मीठी-मीठी अर चापलुसी की बाता सुं भोळा-ढाळा मनखा का मन न्अ भरमाव्अ छ।
मे वां जस्यानका कोन्अ ज्यो खुदका फायदा बेई परमेसर का बचना मं मलावट करअ छ। पण मै तो परमेसर क साम्अ परमेसर का खन्दायेड़ा मनखा की जस्यान मसी म उबा होर सचाई सुं बोला छा।
जद्या लोग खेर्या होव्अला क “सब कुछ सान्त अर सुरक्षित छ” जद्या जस्यान कोई दो जीवां बेरबानी क अण्याचुको दर्द चालबा लागजाव्अ छ वस्यान ई वा प बिनास उतर्यावलो अर वे कढी बचर बी कोन भाग सक्अला।
वां मनखा क गाब्अ ज्यांकी बुद्धि बगड़गी, लगतमार बण्या रेबा जस्यानका बिचार पैदा होव्अ छ, वे सांच सुं न्यारा छ। अस्यान का मनखा का बच्यार छ क परमेसर की सेवा धन कमाबा को एक साधन छ।
वांको तो मुण्डो बन्द कर्यो जाणोई चायजे। क्युं क वे ज्यो बाता सखाबा की कोन्अ वान्अ ई सखार घरका घर उजाड़र्या छ। बराई का गेल्ला सुं धन कमाबा बेई वे अस्यान करअ छ।
क परमेसर की बी टोळी की, ज्यो थांक्अ बीच मं छ रुखाळी करो। अर बेमन सुं नही पण परमेसर की मनसा की जस्यान राजी होर, अर कमाई का लालच सुं नही पण सेवा की मन्सा सुं मन लगार करो।
क्युं क जद म्हे थान्अ आपणा परबु ईसु मसी की तागत अर आबा को समचार दिया छा, तो यो मनघड़न्त कथा-कहाणी की जस्यान कोन्अ छो, पण म्हे खुद बीकी मेमा न्अ आंख्या देख्या छा।
वां लोगबागा बेई यो घणु बरो क वे कैन की जस्यान को गेल्लो पकड़या छ। धन कमाबा बेई वे खुदन्अ वस्यान ई गलती का हाथा मं सुंप दिया जस्यान बिलाम कर्यो छो। जिसुं वेई नास हो जाव्अला जस्यान परमेसर का बिरोध मं होबाळो कोरह अर उंकी लार लागबाळा न्अ नास कर दिया छा।
ये लोगबाग बड़बड़ करबाळा छ अर दोष हेरबाळा छ। ये खुदकी मंसा का गुलाम छ अर खुदका मुण्ढा सुं घमण्ड की बाता बोल्अ छ। खुदका फायदा बेई ये दूसरा की चम्मचागीरी करअ छ।
क्युं क थांकी टोळी मं एकात अस्यान का मनख आ घुस्या। ज्यां लोगबागा की सज्या बेई सास्तरा मं घणो पेलीसुंई परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा खे दिया छा। ये लोगबाग बना परमेसर का छ ये लोगबाग परमेसर की दीया न्अ कुकर्म करबा बेई छूट मानलिया अर ये आपणा परबु अर मालिक ईसु मसी न्अ कोन्अ मान्अ।