वे खुदका चेला न्अ हेरोदेस की पालटी का एकात मनखा की लार उकन्अ खन्दाया। वे मनख ईसु न्अ खिया, “गरूजी मे जाण्अ छा क तु सांचो छ, तु परमेसर का गेल्ला की सांची सक्ष्या देव्अ छ। अर तु कोई की परवा कोन करअ क्युं क तु मनखा का मुण्ढा देखर बात कोन्अ करअ।
वे उं कन्अ आया अर खिया, “गरूजी, मे जाणा छा क तु सांचो छ अर तु ई बात की थोड़ीसीक बी परवा कोन करअ क दूसरा मनख कांई बच्यारया छ। क्युं क तु मनखा का मुण्ढा देख्या बना परमेसर का राज का गेल्ला की सांची सिक्षा देव्अ छ। तो बता रोम देस का राजा न्अ हांसल देबो सही छ या कोन्अ? मे उन्अ हांसल देवा या कोन देवा?”
पण म थारअ साम्अ या मान लेऊ छु क म आपणा आग्लाबड़ा का परमेसर की आराधना जी रीत सुं करू छु बीन्अ ये गलत मानर्या छ। पण ज्यो बाता बेवस्था अर परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा की पोथ्या म मण्ढरी छ बा सब मं म बी बस्वास करू छु।
गेरजात्या मं थांको चाल-चलण चोखो होव्अ, ज्यां बाता मं वे थान्अ खोटा काम करबाळा जाणर बदनाम करअ छ। वे थांका भला कामा न्अ देखर परमेसर का आबा का दन मं परमेसर की महमा करअ।
पण ये मनख बेबुद्धि का डांढा की जस्यान छ, ज्यो पकड़र नास करबा क ताणी पैदा होया छ, अर ज्यां बाता का बारा मं जाण्अ बी कोन बां बाता का बारा मं दूसरा न्अ बुरो-भलो खेव्अ छ, ब खुदकी सड़ान्द मं खुद सड़ जाव्अ छ।
पण ये मनख तो वां बाता की बराई करअ छ, ज्यांन्अ ये समझ्अई कोन्अ। अर ये लोगबाग बेबुद्धिहाळा ज्यानबरा की न्याई छ ज्यो बना कांई बच्यारयाई हरकांई करअ छ। ज्यांसुं वांको नास होबाळो छ।
क्युं क थांकी टोळी मं एकात अस्यान का मनख आ घुस्या। ज्यां लोगबागा की सज्या बेई सास्तरा मं घणो पेलीसुंई परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा खे दिया छा। ये लोगबाग बना परमेसर का छ ये लोगबाग परमेसर की दीया न्अ कुकर्म करबा बेई छूट मानलिया अर ये आपणा परबु अर मालिक ईसु मसी न्अ कोन्अ मान्अ।
वो बड़ो अजगर धरती माळ्अ पटक दियो गियो। यो बोई पराणो सांप छ ज्यो रागस अर सेतान खुवाव्अ छ। यो सबळा संसार न्अ भरमाव्अ छ। अर बीन्अ बीका दूता की लार नीच्अ धरती माळ्अ पटक दिया।