ईसु जद्या या सुण्यो तो बीन्अ खियो, “हालताणी बी एक बात छ जिकी थम्अ कमी छ। थारअ कन्अ ज्योबी छ बीन्अ बेच द अर फेर ज्यो मल्अ बीन्अ गरीबा मं बांट द। इसुं थन्अ सरग मं भण्डार मल्अलो। फेर आ अर म्हारअ पाछ्अ हे जा।”
ओ भायाओ परमेसर थान्अ आजाद रेबा बेई थरप्यो छ। पण उं आजादी न्अ काया की मन्सा पूरी करबाळो साधन मत बणबा द्यो, पण परेम की बजेसुं आमा-सामा एक-दूसरा की सेवा करो।
पण अब आपा उजाळा मं चालर्या छा क्युं क उजाळा मंई परमेसर छ जिसुं आपा बस्वास्या का रुप मं एकलार छा, अर परमेसर का छोरा ईसु को लोई आपान्अ सबळा पापा सुं साफ कर देव्अ छ।