कोई म्हारअ मायन्अ बण्यो कोन्अ रेव्अ तो बीन्अ टूटी डाळ की जस्यान फेक्यो जाव्अ छ। अर सूख जाव्अ छ, अर लोगबाग बान्अ भेळा करर लाय मं पटक देव्अ छ, अर वे बळ जाव्अ छ।
मसी का सन्देस न्अ थांका हरदा मं भरपुरी सुं बसबा द्यो। पूरी समझ की लार एक-दूसरा न्अ सखावो अर चेताओ। परमेसर का भजन, महमा का गीत अर आत्मिक गीत धन्यवाद की लार गाता रेवो।