9 सताया तो जांवा छा, पण तज्या कोन जांवा। बेज्जत कर्या जांवा छा पण नास कोन होवां।
म्हारी खियेड़ी बात याद रांखज्यो, क दास मालिक सुं बड़ो कोन्अ होव्अ, ब मन्अ सताया छ तो थान्अ बी सताव्अला, अर ब म्हारी बात मानता तो थांकी बी मान्अला।
अस्यानको कुण छ ज्यो म्हान्अ मसी का परेम सुं न्यारो करअलो? दुख या मुसिबत या अत्याचार या काळ या नातकणो पणो या जोखम या तलवार?
पण दुख्या न्अ सान्ति देबाळो परमेसर तीतुस न्अ म्हाखन्अ खन्दार म्हाकी हिम्मत बंधायो छ।
सांच्याई मसी ईसु की सेवा की भलाई मं ज्यो जीबो छाव्अ छ, सताया ई जाव्अला।
थांकी जन्दगी न्अ धन का लोभ सुं बचार राखो। अर ज्यो थां कन्अ छ बीम्अ'ई सबर रांखो। क्युं क परमेसर खुद खियो छ क, “म तन्अ कद्या बी कोन छोड़ुलो अर कद्या बी कोन त्यागूलो।”