2 कुरिन्थियों 4:4 - चोखो समचार (ढुंढाड़ी नया नियम)
4 अर ई जगत मं राज करबाळो सेतान वां मनखा की बुद्धि न्अ ज्यो बस्वास कोन करअ बांध मेल्यो छ। जिसुं वे मसी ज्यो परमेसर को रूप छ उंकी महमा सुं भर्या उजाळा का चोखा समचार न्अ कोन समझ्अ।
झाड़ा मं पड़या बीजा को मतबल छ वो मनख ज्यो चोखा समचार न्अ सुण्अ तो छ पण ई संसार की चन्ता अर माया-पुंजी को लोभ चोखा समचार न्अ दबा देव्अ छ अर वो फळ्अ कोन्अ।
अर ज्यो म वाक्अ बीच मं वे कोन्अ करतो ज्यांन्अ म कर्यो छु, तो वे पापी कोन्अ ठेरता। पण अब तो वे वा कामा न्अ देख लिया फेरबी वे म्हारा बाप सुं अर मंसुं बेर रांख्अ छ।
थे पेलीई संसार का बरा निमा प चाल्अ छा मतबल आम्बर मं राज करबाळा सेतान का खिया मं चाल्अ छा। अर अब बाई आत्मा बा मनखा मं काम कर'री छ ज्यो परमेसर को खियो कोन्अ मानर्या।
वो छोरो परमेसर की महमा को उजाळो अर बीकाई सुभाव को छ। अर सबळी चीजान्अ खुदका जोरका बचन सुं संभाळ मेल्यो छ। वो पापा न्अ माफ करर सरग मं सर्वसक्तिमान की जीवणी ओड़ी जा बेठ्यो।
आपा कन्अ परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा को ज्यो बचन छ, वो इसुं सांचो ठेरग्यो। थे यो चोखो करो छो ज्यो या समझर बी माळ्अ ध्यान देवो छो क वो एक दियो छ, ज्यो अन्धेरी ठार मं बी बगत ताणी उजाळो देव्अ छ जद्या ताणी दन कोन उग्अ अर सुंवारअ को तारो थांका हीया मं कोन चमक्अ।
म थान्अ एक ओर नयो आदेस मांडु छु। ईकी सच्चाई मसी की जन्दगी मं अर थांकी जन्दगी मं परकट हुई छ। क्युं क अंधेरो छटग्यो अर परबु को सांचो उजाळो चमकबो सरू होयो छ।