अर फेर एक नसाण की जस्यान वो खतनो मान्यो। ज्यो उं बस्वास की धार्मिकता प छाप हो जाव्अ। ज्यो वो उं बगत दखायो छो जद्या उंको खतनो कोन होयो छो। जिसुं वो वां सबळा को बाप छ ज्यो बना खतना का छ पण बस्वासी छ। जिसुं वे बी धरमी मान्या जाव्अला।
पण वे सबळा मनख ज्यो मूसा का निमा न्अ मानबा मं डट्या रेव छ, वे तो कोई सराप म बंदया रेव्अ छ। सास्तर मं मण्ढरी छ क “अस्यो हरेक मनख सरापित छ ज्यो मूसा का निमा की पोथी मं मण्ढी हरेक बात न्अ पुरा मन सुं कोन मान्अ।”
अर म बीकी लार मलर रे सकुं। यां मूसा का कायदा कानून न्अ मानबा की बजेसुं म परमेसर क साम्अ सही कोन्अ पण ईसु मसी माळ्अ बस्वास करबा सुं छु। परमेसर क साम्अ सही होबो ईसु मसी माळ्अ बस्वास करबा सुं होव्अ छ जिन्अ परमेसर देव्अ छ।
यो कागद समौन पतरस की ओड़ी सुं छ, ज्यो ईसु मसी को दास अर खास थरपेड़ो छु, बां मनखा क नांऊ ज्यो आपणा परमेसर अर उद्धार करबाळा ईसु मसी की धार्मिकता सुं म्हाकी जस्यान घणो मेंगामोल को बस्वास पाया छ।