5 क्युं क जस्यान मसी दुख भोग्यो छ उम्अ मे बी पांतिदार छा जिसुं आपा मसी क जरिये परमेसर की उं महान सायता का बी पांतिदार छा।
यरूसलेम मं एक समौन नांऊ को धर्मी अर भगत मनख रेव्अ छो। वो इजरायल का सुख-चेन की बाठ नाळ्अ छो। पवितर-आत्मा उंकी लार छो।
अर वो जमी प जा पड़यो। अर एक आवाज सुण्यो ज्यो बीन्अ खेरी छी, “साऊल, ओ साऊल तु मन्अ क्युं सतार्यो छ?”
अर ज्यो आपा बीकी ओलाद छा तो वारिस बी छा। परमेसर का वारिस अर मसी की लार पांतिदार छा, अर ज्यो आपा बीकी लांरा दुख मं पांतिदार छा, तो बीकी लारा महमा मं बी पांतिदार छा।
म्हारी मंसा अर आसा याई छ क म कद्या बी नरास कोन्अ होउं पण पूरी हिम्मत रखाणु। जस्यान मसी की महमा सदाई म्हारी काया सुं होव्अ छी वस्यानई अब बी होती रेव्अ। छाये म जिऊ छाये मरूं।
मसी थांकी हिम्मत्त बड़ावे छ अर बीको परेम थान्अ तसल्ली देव्अ छ पवितर-आत्मा की लार थांकी संगती छ अर थे आमा-सामा तरस अर दीया रांखो छो।
अर म मसी न्अ जाणबो अर बीकी मरया मंसुं जिन्दो होबा की सक्ती न्अ मेसुस करबो चाऊ छु। बीका दुख मं सामिल होर बीकी मोत मं बीकी जस्यान होबो चाऊ छु।
अब म थांक्अ बेई ज्यो दुख उठार्यो छु, बीसुं राजी छु अर मसी की काया, मतबल बस्वास्या की टोळी बेई मसी ज्यो दुख उठायो छ वाम्अ म लगतमार बीको पांतिदार बणर्यो छु।
म्हारा वां दुखा अर कळेसा मं म्हारो साथ दियो छ थे तो जाणोई छो क अन्ताकिया, इकुनियुम अर लुस्त्रा नगरा मं मन्अ कतरा जोरका दुख दिया छा ज्यांन्अ म सेन कर्यो छो। पण परबु वां सब मं म्हारी रक्ष्या कर्यो छ।
पण जस्यान-जस्यान मसी का दुखा मं सीरी होवो छो, आण्द करो, जिसुं बीकी मेमा परकट होबा की बगत बी थे आण्द करो अर राजी होवो।