4 अर आपा प कळेस आव्अ छ तो वे आपान्अ हिम्मत बंधाव्अ छ। जिसुं आपा बी परमेसर की उं हिम्मत क जरिये वां मनखा न्अ ज्यो कळेस मं पड़या छ हिम्मत बंधा सका।
म बाप सुं परातना करूलो अर वो थान्अ एक ओर सायता करबाळो देव्अलो। अर वो सदाई थांकी लार रेव्अलो।
“म थान्अ ऐकलो कोन्अ छोड़ुलो। म थां कन्अ पाछो आंउलो।
पण वो सायता करबाळो, पवितर-आत्मा जीन्अ बाप म्हारा नांऊ सुं खन्दावलो, वो थान्अ म्हारी खियेड़ी सबळी बाता याद दुवाव्अलो।”
अर ई बजे सुंई म्हान्अ हिम्मत मली छ। म्हान्अ हिम्मत मलबा क अलावा तीतुस का राजी होबासुं ओर बी साऊटी खुसी मली छ, क्युं क थांकी बजेसुं उंकी आत्मा न्अ सांति मली।
मन्अ थाप्अ घणु भरोसो, मन्अ थांप्अ घणु गरव छ, थे म्हारी हिम्मत बन्धाया छो। अर दुख मं बी थे मन्अ राजी कर्या छो।
म्हारो जैळ मं सांकळ्या सुं बन्धेड़ो रेबा की बजेसुं परबु मं भरोसो रखाणबाळा घणा भाया की हिम्मत्त बड़गी। अर चोखा समचार न्अ बेधड़क सुणाबा क ताणी बांको धीरज बड़गो।
तो यां सब्दा की लार एक-दूसरा को जोस बढ़ाता रेवो।
जिसुं आमा-सामा सुख देवो अर एक-दूसरा न्अ आत्मा का रुप सुं गाढ़ा बणाता रेवो। जस्यान थे कर बी रया छो।
ई बजेसुं ढिला हाथा न्अ अर कमजोर गोढ़ा न्अ तागतहाळा बणाओ।