18 क्युं क पवितर सास्तर मं मण्ढरी छ, “गांठ्ठा का बळद को मुण्डो मत बान्धज्यो।” अर, “मजुर न्अ उंकी मजुरी पाबा को अधिकार छ।”
जात्रा बेई झोळी बी मतल्यो। कोई फालतु कुड़ता, चप्पला अर लखड़या या बेंत मत रखाणो। क्युं क मजुर को खुदकी रोठ्या प अधिकार छ।
ज्योबी वे मनख थान्अ दे, बीन्अ खाता-पीता उण्डअ'ई रुको। क्युं क मजुरी प मजुर को हक छ। घरा-घरा मं मत फरज्यो।
क्युं क सास्तर मं मण्ढरी छ क “ज्यो कोई बी उंप्अ बस्वास करअ उन्अ सरमिन्दा कोन्अ होणो पड़्अलो।”
परमेसर खुदकी परजा न्अ अण्जाण कोन मसझ्यो, ज्यांन्अ वो पेलीसुंई जाण्अ छो। कांई थे कोन जाण्अ छा क एलिय्याह का बारा मं पवितर सास्तर कांई खेव्अ छ, जद्या एलिय्याह परमेसर सुं इजरायल का मनखा का बिरोध मं परातना करर्यो छो?
पवितर सास्तर खेव्अ छ, “अबराम परमेसर मं बस्वास कर्यो अर वो बस्वास उंक्अ बेई धार्मिकता गण्यो गियो।”
क्युं क पवितर सास्तर मं परमेसर फिरोन राजा न्अ खियो छो, “म थन्अ जिसुं उबो कर्यो छो क म म्हारी तागत थारम्अ दखा सकुं। अर म्हारा नांऊ को परचार सबळी धरती मं फेल सक्अ।”
अस्यान'ई परबु आपान्अ बी सास्तर मं माण्ढर दियो छ क चोखा समचार सुणाबाळा मनख को घर बी उसुं'ई चालणो चायजे।
सास्तर पेलीई बता दिया छा क, परमेसर गेर यहूदया न्अ वाका बस्वास की बजेसुं धरमी ठेराव्अलो। अर या बचना की लार पेलीसुंई अबराम न्अ चोखा समचार का बारा मं बता दियो छो क, “तसुं धरती की सबळी जात्या आसिस पाव्अली।”
कांई थे समझो छो क पवितर सास्तर बनाकाम ई खेव्अ छ, “जी आत्मा न्अ म्हाक्अ मायन्अ बसायो छ उन्अ परमेसर घणु छाव्अ छ।”