ये मनख थिस्सलुनीके का मनखा सुं सावटा चोखा छा। ये मनख पूरो मन लगार बचन न्अ सुणता अर रोजिना सास्तरा न्अ पढ़ता अर या जांच करता क पौलुस ज्यो बाता बतायो छ वे सांची छ।
अर ज्यो कोई न्अ दूसरा की हिम्मत बढ़ाबा को बरदान मल्यो छ तो वो वस्यान ई करअ। अर ज्यो कोई न्अ दान देबा को बरदान मल्यो छ तो उन्अ खुला मन सुं देव्अ। अर ज्यो कोई न्अ अगुवाई करबा को बरदान मल्यो छ तो वो जीजान सुं अगुवाई करअ अर जिन्अ दीया दखाबा को बरदान मल्यो छ वो राजी होर दीया करअ।
तो भायाओ, फेर कांई करणी चायजे? जद्या बी भेळा होवो तो एक मनख तो परमेसर को भजन गाव्अ, दूसरो सखाव्अ, एक परमेसर की ओड़ी सुं बोल्अ अर कोई न्यारी-न्यारी बोली म बोल्अ अर कोई उंको मतबल बताव्अ। ये सबळी बाता बस्वास्या की टोळी की मजबुती बेई होणी चायजे।
भायाओ ज्यो म थां कन्अ आर न्यारी-न्यारी बोली बोलु, तो थान्अ मंसुं कांई फाईदो? अर दर्साव की, ज्ञान की, परमेसर की ओड़ी सुं बोलु या फेर परबचन की बाता कोन बताऊ,
अर ज्यो थे भाया न्अ ये बाता याद दुवाता रेवला तो मसी ईसु का चोखा सेवा करबाळा होवला ज्यांको पालण-पोषण, बस्वास सुं अर उं सांची सक्ष्या सुं होव्अ छ जिन्अ तु मानतो आर्यो छ।