क्युं क वो बस्वास्या की टोळी का अस्यान का सेवा करबाळा का रुप मं होव्अलो ज्यो चोखी सेवा करअ छ, तो वे खुद सम्मानहाळी ठार पाव्अला अर वान्अ मसी ईसु का बस्वास का बारा मं बोलबा की हिम्मत होव्अली।
अर ज्यो मन्अ आबा मं बार लागजाव्अ तो ई कागद सुं थान्अ याद रेव्अ क परमेसर का परवार मं, ज्यो जीवता परमेसर का बस्वास्या की टोळी अर सांच की निम अर खम्बो छ। उंकी लार थान्अ कस्यान को बुवार रखाणणी चायजे।
मन्अ घणी बाता माण्ढ़णी छ पण कागद प्अ स्याई सुं कोन्अ माण्ढबो चाऊ; पण मन्अ आसा छ क थां कन्अ आर आम्अ-साम्अ बेठर बतळाव्अला। जिसुं आपणो आण्द पूरो हो जाव्अ।