6 ज्यो खुदन्अ सबळा का छूटवाड़ा का दाम मं देदियो। क ठीक बगत म ईकी गुवाई दी जाव्अ क परमेसर सबळान्अ बचाबो छाव्अ छ।
थान्अ मनख का छोरा जस्यान को होणो चायजे, ज्यो सेवा कराबा बेई न्अ'ई पण सेवा करबा आयो छ अर घणा का छूटवाड़ा बेई खुदकी जान देबा आयो छ।”
अर वो खियो “वो सई टेम सांकड़्अ आग्यो जिम्अ परमेसर राज करअलो, जिसुं थे मन न्अ बदलो अर चोखा समचार म बस्वास करो।”
क्युं क मनख को छोरो खातर कराबा कोन आयो, पण खातर करब्अ आयो छ। अर घणा का छूटवाड़ा बेई खुदकी जिन्दगी देबा आयो छु।”
जस्यान परमेसर बाप मन्अ जाण्अ छ, अर म परमेसर बाप न्अ जाणू छु। अर म म्हारी लळ्डया बेई मरबा बेई बी त्यार रेऊ छु।
म खुद वा जीवती रोटी छु, ज्यो सरग सुं उतरी छ। ज्योबी इम्अ सुं खाव्अलो वो सदाई जीवतो रेव्अलो। अर ई संसार का मनखा न्अ जीबा बेई ज्यो रोटी म देऊलो, वा म्हारी काया छ।”
पण अब परगट होर सदामेस का परमेसर की आज्ञा सुं परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा की माण्ढी पोथ्या क जरिये सबळी जात्या न्अ बतायो गियो छ, क वे बस्वास सुं आज्ञा मानबाळा हो जाव्अ।
क्युं क आपा जद्या कमजोर छा तो मसी एकधम उई बगत मं भगती कोन करबाळा बेई मर्यो।
क मसी का बारा मं म्हाकी गुवाई थाम्अ पक्की नखळ्अ।
अर ज्यो कद्या बी पाप कोन कर्यो उन्अ परमेसर आपण्अ बेई पापबली बणायो जिसुं क आपा उंक्अ जरिये परमेसर क साम्अ धर्मी मान्या जावां।
आपणा पापा बेई मसी खुदन्अ बलिदान होबा बेई सुंप दियो क ई पापी संसार मं, जिम्अ आपा रेरया छा, वो आपान्अ छूटवाड़ो दुवा सक्अ। आपणा परम-पिता परमेसर की याई मन्सा छ।
पण जद्या ठेरायड़ी बगत आयी तो परमेसर खुदका छोरा न्अ खन्दायो ज्यो एक बेरबानी सुं जनम्यो छो। अर बेवस्था क बसम्अ होर जीव्अ छो।
म परातना करू छु क महमा का धणी परम-पिता मतबल आपणा परबु ईसु मसी को परमेसर थान्अ अकल अर खुलासो करबाळी आत्मा देव्अलो, जिसुं थे बिन्अ जाण सको।
आपा बीसुं जुड़ेड़ा छा जिसुं ईसु मसी का लोई सुं आपान्अ छूटवाड़ो मल्यो छ। मतबल आपान्अ आपणा पापा सुं छमा मली छ। या परमेसर की बड़ी दीया छ,
यो राज पाछली पीढ़ी का मनखा प परगट कोन्अ कर्यो गियो छो जस्यान अबार परमेसर अपणा पवितर खास थरपेड़ा अर बीकी ओड़ी सुं बोलबाळा न्अ आत्मा सुं बतायो छ।
जस्यान मसी आपसुं परेम कर्यो छ अर आपण्अ ताणी खुदन्अ सुवावणी बली का रूप मं परमेसर क सामन्अ चढ़ा दियो, बियान् थे बी परेम सुं जीवो।
अस्यान जद्या होव्अलो जद्या वो सबळा पवितर मनखा सुं ज्यो उम्अ बस्वास करअ छ वासुं महमा अर आदरमान पाबा बेई आवलो। थे बी वाम्अ छो क्युं क थे म्हाकी गुवाई प बस्वास कर्या छो।
जिन्अ वो परम धनै, एक छतर, राजा को राजो अर सम्राटा को परबु एकधम चोखी बगत आया सुं प्रगट कर देव्अलो।
जिसुं तु आपणा परबु की गुवाई देबा सुं अर म ज्यो मसी बेई बन्दी बण मेल्यो छु म्हारअ बेई लाज मत खाव्अ। पण उं परमेसर की सक्ती की जस्यान उंका चोखा समचार बेई दुख झेलबा मं म्हारो साथ द्अ।
अर सई बगत प परमेसर ई समचार न्अ उपदेसा सुं प्रगट कर्यो। वोई समचार मन्अ सुप्यो गियो छ। अर आपान्अ बचाबाळा परमेसर की आज्ञा सुं म ईको परचार करू छु।
वो आपण्अ बेई खुदन्अ देदियो। क वो सब तरा का पाप सुं आपान्अ बचा सक्अ अर आपान्अ पवितर करर खुदक्अ ताणी अस्या मनख बणाव्अ ज्यो भला काम करबा क ताणी उतावळा रव्अ।
अर बकरा अर पाड़ा का लोई सुं कोन्अ पण खुदका लोई सुं एक'ई बार पवितर ठार मं बड़यो, अर आपण्अ बेई सदा को छूटवाड़ो ले लियो।
वो खुद ही आपणा पापा न्अ खुदकी काया माळ्अ लेर करूस माळ्अ चढ़ग्यो, जिसुं आपा पापा क ताणी मरर धरम क ताणी जन्दगी बितावां, बीका मार खाबा सुं थे नीका होग्या।
क्युं क मसी बी मतबल अधर्मया क ताणी धरमी पापा की बजेसुं एकबार दुख उठायो, जिसुं क आपान्अ परमेसर क सांकड़्अ पुंचाव्अ। वो काया का रूप मं तो मार्यो गियो, पण आत्मा का रूप मं जिन्दा कर्यो गियो।
सांचो परेम इम्अ कोन्अ क आपा परमेसर सुं परेम कर्या छा, पण इम्अ छ क वो आपसुं परेम कर्यो छ अर आपणा पापा का परास्चित बेई खुदका छोरा न्अ बली बेई खन्दायो छ।
वे एक नयो गीत गारया छा, “तु ई कताब न्अ लेबा, ईकी मोहरां न्अ खोल्बा क लायक छ। क्युं क तु एक बली का रूप मं मार्यो गियो छ, अर खुदका लोई सुं तु परमेसर क ताणी मनखा न्अ सबळी जाति, सबळी भाषा, सबळा वंस, अर सबळा देसा सुं मोल लियो छ।