2 राज करबाळा अर अधिकारयां बेई परातना करो क आपा चेनसुं, सांति सुं, पूरी सरदा सुं अर परमेसर बेई सम्मान सुं जन्दगी जी सका।
वे दोनी परमेसर की नजरा मं धरमी छा। वे परमेसर की सबळी आज्ञा अर निमा न्अ निस्पाप मान्अ छा।
यरूसलेम मं एक समौन नांऊ को धर्मी अर भगत मनख रेव्अ छो। वो इजरायल का सुख-चेन की बाठ नाळ्अ छो। पवितर-आत्मा उंकी लार छो।
वे खिया, “म्हान्अ रोम की सौ सपाया की फौज को मुखियो कुरनेलियुस खन्दायो छ। वो परमेसर सुं डरपबाळो एक भलो मनख छ। सबळा यहूदी मनखा मं बीको घणो सम्मान छ। बीन्अ पवितर सरगदूत थन्अ खुदका घर मं बलाबा को नुतो देबा बेई अर ज्योबी तु खेव्अ बीन्अ सुणबा बेई खियो छ।”
जिसुं म बी परमेसर अर मनखा क गाब्अ खुदकी अन्तरात्मा न्अ पवितर रखाण्बा की जोरी करतो रेऊ छु।
जण्ढ्अ ताणी हो सक्अ सबळा की लार सांति सुं रेवो।
आखरी मं ओ भायाओ, ज्यो-ज्यो बाता सांची, आदर करबा जसी, सई, पवितर, सुआवणी, अर ज्यो-ज्यो सद गुण, सबसुं चोखी अर बढ़ाई की बात छ बाक्अ माळ्अ ध्यान द्यो।
सांति सुं जीबा न्अ आदर की बात समझो। खुदका काम सुं काम रांखो अर अपणा हाथा की कमाई खावो। जस्यान म्हे थान्अ बताई चुक्या छा।
सबळा की लार सान्ति सुं रेबा की अर पवितरता मं रेबा की जोरी करता रेवो जीक्अ बना कोई बी परबु न्अ कोन्अ देख्अलो।