तु जुवानी की बरी मन्सा सुं आंतरअ रे। ज्यो सुद्ध मन सुं परबु को नांऊ लेता रेव्अ छ, धार्मिक जन्दगी, बस्वास, परेम अर सांति बेई वां सबळा की लारा रेबा की जोरी करतो रे।
तो आवो आपा सांचा मन सुं अर पूरा बस्वास की लार, मन का बरा बिचारा न्अ आंतरअ करबा बेई छांटो देर पवितर करार, काया न्अ पवितर पाणी सुं धुपार परमेसर क सांकड्अ जावां।