पण वे ज्यो भागवान बणबो छाव्अ छ, लालच मं पड़र जयाळ म फस जाव्अ छ। वान्अ अस्यान की मूरख बणाबाळी अर नास करबाळी मन्सा लपेट लेव्अ छ, ज्यो लोगा न्अ नास अर बरबादी की खाई मं धखो देव्अ छ।
मसी का बेरी आपण्अ बीच मं सुंई नखळ्या छ पण वे आपणी लार कोन्अ। क्युं क ज्यो वे आपणी लारका होता तो आपणो साथ कोन छोड़ता पण वे आपणो साथ छोड़ दिया जिसुं वे या दखा सक्अ क वे सांच्याई आपा मं सुं कोन्अ।
‘म थारा करमा न्अ जाणू छु।’ देख, म थांक्अ साम्अ एक बाण्णो खोल दियो, जिन्अ कोई कोन जुड़ सक्अ। म जाणू छु क थारी सक्ति थोड़ीसीक छ पण तु म्हारी सक्षा न्अ मान्यो छ अर म्हारा नांऊ को अन्कार कोन कर्यो।