जद्या सुं परमेसर संसार की रचना कर्यो छ, बीका बना दिखबाळा गुण मतबल जिको कोई पार कोन्अ वा सक्ती अर परमेसर को सुभाव साफ-साफ दिख्अ छ क्युं क वा चीजा सुं वां खुब चोखा जाणी जा सक्अ छ। जिसुं मनखा कन्अ कोई भायनो कोन्अ।
वे परमेसर का सेवक मूसा अर उण्णेठा को यो गीत गारया छा, “बे काम ज्यांन्अ तु करअ छ, महान छ। थारा काम अचम्बा का अर थारी सक्ति सदामेस की छ, हे परमप्रधान परबु परमेसर, थारा गेल्ला सांच अर धरम सुं भरेड़ा छ, सबळी जात्या का राजा,
वे उण्णेठा सुं लड़ाई करअला पण उण्णेठो बीका टाळेड़ा अर बस्वास क लायक बस्वास्या की लार बान्अ हरा देव्अलो। क्युं क वो सबळा राजा को राजो अर मालिका को बी मालिक छ।”
फेर म एक घणी जळा की आवाज सुण्यो, ज्यो जोरका पाणी अर बादळा का गाजबा की जोरदार आवाज की जस्यानकी छी। लोगबाग खेर्या छा, “परमेसर की जै हो! क्युं क आपणो परबु परमेसर सर्वसक्तिमान राज करअ छ।