अर आज म ज्योबी छु परमेसर की दीया सुं छु अर उंकी दीया म्हारअ बेई बेकार कोन गई, म दूसरा थरपेड़ा चेला सुं बढ़र मेहनत कर्यो छु। पण या म्हारी काबलियत कोन या तो परबु की दीया छ।
परमेसर की उं दीया सुं ज्यो मन्अ मलेड़ी छ, मं एक चोखा मस्तरी की जस्यान नीमा भर्यो छु। पण बिप्अ चुणबा को काम तो कोई ओर'ई करअ छ पण हरेक न्अ सावचेत होर ध्यान राखणी चायजे क वो बिप्अ चुणाई कस्यान करर्यो छ।
थे या तो सुणमेल्या छा क म पेली यहूदी धरम मं कस्यान जीव्अ छो, अर थे या बी जाणो छो क म परमेसर का बस्वास्या की टोळ्यां प कतरा जुलम कर्यो छु अर वान्अ एकधम खतम करबा की बी जोरी कर्यो छु।
तु जुवानी की बरी मन्सा सुं आंतरअ रे। ज्यो सुद्ध मन सुं परबु को नांऊ लेता रेव्अ छ, धार्मिक जन्दगी, बस्वास, परेम अर सांति बेई वां सबळा की लारा रेबा की जोरी करतो रे।