मनख का छोरा न्अ तो मरणीई छ जस्यान उंका बारा मं सास्तरा मं मण्ढरी छ। पण उं मनख बेई हाई जिकी बजेसुं मनख को छोरो पकड़ायो जावलो। उं मनख बेई कतरो चोखो होतो क वो पैदाई कोन्अ होतो।”
पण पेली म परमेसर को अपमान करबाळो, परमेसर का लोगा न्अ सताबाळो अर एक बना दीया को मनख छो, पण म्हारअ उपरअ दीया होई क्युं क एक बेबस्वासी का रुप मं या कोन जाणता होया क मं कांई करर्यो छु, मं सब कुछ कर्यो
अर जिसुं मारअ उपरअ दीया होई छ क ईसु मसी एक बड़ा पापी की जस्यान मन्अ काम म लेता होया आग्अ चालर ज्यो मनख उम्अ बस्वास करअला, वां बेई सदामेस की जन्दगी लेबा बेई एक उदारण की जस्यान मन्अ बणार खुदकी घणीसारी सेनसीलता दखा सक्अ।
यो कागद समौन पतरस की ओड़ी सुं छ, ज्यो ईसु मसी को दास अर खास थरपेड़ो छु, बां मनखा क नांऊ ज्यो आपणा परमेसर अर उद्धार करबाळा ईसु मसी की धार्मिकता सुं म्हाकी जस्यान घणो मेंगामोल को बस्वास पाया छ।
वे लोभ की बाता घड़र थान्अ खुदका फायदा को साधन बणावला, अर जी सजा की आज्ञा बां माळ्अ पेली सुं होगी, बीन्अ आबा मं थोड़ी बी बगत कोन्अ, अर वांको बिनास उंघर्यो कोन।
क्युं क थांकी टोळी मं एकात अस्यान का मनख आ घुस्या। ज्यां लोगबागा की सज्या बेई सास्तरा मं घणो पेलीसुंई परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा खे दिया छा। ये लोगबाग बना परमेसर का छ ये लोगबाग परमेसर की दीया न्अ कुकर्म करबा बेई छूट मानलिया अर ये आपणा परबु अर मालिक ईसु मसी न्अ कोन्अ मान्अ।